श्री गणेश जी की आरती || Powerful Ganesh Ji Ki Aarti 1

श्री गणेश जी की आरती सभी विघ्न दूर करने के लिए गणेश भक्त बप्पा की पूजा-अर्चना करते हैं साथ ही उनकी आरती भी गाते है।

वक्रतुण्ड महाकाय , सूर्यकोटि समप्रभः । 

निर्विघ्न कुरु में देव , सर्वकार्येषु सर्वदा ॥ 

श्री गणेश जी की आरती || Powerful Shri Ganesh Ji Ki Aarti 1
श्री गणेश जी की आरती~ Powerful Shri Ganesh Ji Ki Aarti 1

आरती श्री गणेश जी की 

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा । 

माता   जाकी   पार्वती  ,  पिता  महादेवा । 

एकदन्त   दयावन्त  ,  चार    भुजाधारी । 

मस्तक  सिन्दूर सोहे , मूसे  की  सवारी । 

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ॥ 

अन्धन को आँख देत , कोढ़िन को काया । 

बाँझन  को  पुत्र  देत  , निर्धन  को  माया । 

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ॥

पान  चढ़े  ,  फूल  चढ़े  और  चढ़े  मेवा । 

लड्डुअन का भोग लगे , सन्त करे सेवा । 

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ॥ 

सूर श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा ।

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ॥ 

दीनन  की  लाज  राखो  शम्भु – सुतवारी । 

कामना  को  पूर्ण  करो  जग    बलिहारी । 

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ॥ 

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।

कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ।

जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ॥ 

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ॥

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा

आरती श्री गणेश जी की 

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